भारत में ऑनलाइन इंश्योरेंस का कारोबार साल 2023 में 92.60 अरब डॉलर रहने का अनुमान है
हेल्थ केयर की महंगाई लंबे समय से 14 फीसद के स्तर पर
बच्चे के लिए जो भी स्वास्थ्य बीमा कवर ले रहे हैं सबसे पहले यह पता करें कि उसमें क्या-क्या खर्च कवर हो रहा है.
गंभीर बीमारी से पीड़ित है तो रेस्टोरशन विकल्प से भविष्य के खर्चों के लिए अतिरिक्त कवरेज का लाभ ले सकेंगे
अपनी जरूरत के अनुसार शामिल कर सकते हैं बीमा कवर
देश के इंश्योरेंस रेग्युलेटर IRDAI ने 25 वर्षों में हर एक नागरिक तक बीमा पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. इंश्योरेंस की मौजूदा व्यवस्था ऐसी नहीं है.
यदि बीमित व्यक्ति को हृदय संबंधी किसी बीमारी का पता चलता है तो बीमाकर्ता एकमुश्त राशि का भुगतान करता है.
पॉलिसी खरीदने के बाद से लेकर जब तक आप बीमा कंपनी से कोई लाभ का क्लेम नहीं कर सकते, उस अवधि को एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का वेटिंग पीरियड कहा जाता है.
बैंक या पोस्ट ऑफिस में कराई जाने वाली टैक्स सेविंग FD से आप निवेश के वक्त सेक्शन 80C के तहत टैक्स बचा सकते हैं. यह निवेश का सुरक्षित विकल्प है.
हमेशा उसी प्लान के लिए जाएं जो आपके क्षेत्र में अधिकतम नेटवर्क हॉस्पिटल प्रदान करता हो अन्यथा आपका निवेश आपात स्थिति के समय में काम में नहीं आएगा